
नई दिल्ली | नीतीश कुमार के पास अब जदयू की कमान पूरी तरह से प्रत्यक्ष रूप से आ गई है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में नीतीश कुमार को राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया है। पदाधिकारियों ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा था जिसपर मुहर लग गई है। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा है ललन सिंह का पत्ता योजना के तहत साफ किया गया है। मांझी ने कहा कि ललन बाबू के साथ 12 से 13 विधायक भी हैं, जो किसी भी समय उनके लिए कुछ भी कर सकते हैं। खासकर राजद के लिए। मांझी ने कहा कि बिहार विधानसभा में स्पीकर भी राजद का है, तो कुछ भी हो सकता है।
जीतन राम मांझी ने ललन सिंह के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा-देखिए ललन बाबू का इस्तीफा आज की बात नहीं, दो महीने पहले की बात है। ललन सिंह और बिजेंद्र यादव तो तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाना चाहते थे। ये प्रस्ताव लेकर गए थे और इस पर नीतीश कुमार ने नाराजगी व्यक्त की थी। मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार से मेरी जो अंतिम बातें हुई थी, यह कहकर हम हटे थे कि अगर आपको ऐसा लगता है कि जीतन राम मांझी को मुख्यमंत्री बनाकर आपने गलती की है, तो अगर तेजस्वी यादव को सीएम बनाया तो उससे भी भारी गलती आप करेंगे।
मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार के मन में यह बात रह गई होगी कि तेजस्वी यादव को हम मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे। यही वजह है कि उन्होंने ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाना जरूरी समझा।

विकास से ज्यादा सता रही विरासत की चिंता, मधुबनी बना वंशवाद का गढ़
बिहार चुनाव में प्रचार अभियान तेज…जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती से पीएम की शुरुआत
विकास या बदलाव क्या चुनेगी जनता…! झंझारपुर विधानसभा सीट पर पारिवारिक साख की परीक्षा
मधुबनी में युवा मतदाताओं के साथ जिला पदाधिकारी आनंद शर्मा का संवाद, कहा — “लोकतंत्र की असली ताकत युवाओं में है”
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने कई डिस्पैच सेंटरों का किया निरीक्षण, दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
रहिका में विधानसभा चुनाव को लेकर पुलिस ने निकाला फ्लैग मार्च, क्षेत्र में शांति व सुरक्षा का भरोसा दिलाया